रिश्तों की दुनिया में कभी-कभी हमें ऐसे लोग मिल जाते हैं जो सिर्फ अपने फायदे के लिए जुड़े होते हैं। ये लोग दिखावे में अच्छे लगते हैं, लेकिन असलियत में उनका अपना मतलब ही चलता है। अगर आपने भी ऐसे झूठे और चालाक रिश्तों का अनुभव किया है, तो ये शायरी आपके दिल को छु जाएगी।
यहाँ आपको चालाक झूठे मतलबी रिश्ते शायरी मिलेंगी, जिन्हें पढ़कर आप उन लोगों की असली पहचान समझ सकते हैं। ये शायरियाँ आसान और दिल को छू लेने वाली हैं, जिन्हें आप अपने अनुभव या सोशल मीडिया पर भी साझा कर सकते हैं।
आजकल रिश्तों में अपनापन कम और मतलब ज्यादा नजर आता है। इसलिए, ये शायरी आपके लिए एक छोटा सा आईना है, जो दिखाएगा कि कौन आपका सच्चा साथी है और कौन सिर्फ अपने फायदे के लिए पास है।
चालाक झूठे मतलबी रिश्ते शायरी
यूँ हर बात पर हाज़िर मत रहो,
मतलब वाले कहीं मांग न बैठे।
रिश्तों की दुनिया अब सिर्फ दिखावे की हो गई है।
कुछ लोग पास आते हैं, सिर्फ अपने मतलब के लिए।
वो जो हँसते थे हमारे साथ,
आज वही पीठ पीछे हमारी ही कमजोरियाँ गिनते हैं।
दुआएँ हम उनके लिए करते थे रोज,
और वही रिश्तों को बेच देते हैं जैसे कोई सामान।
कभी लगता था, भरोसा रहेगा हमेशा,
आज हर बात में शक झलकता है।
जो सच में चाहते हैं, वो अक्सर अकेले रह जाते हैं।
और जो चालाक हैं, वही सबके सामने चमकते हैं।
प्यार अब पैमाने पर नहीं,
सिर्फ जरूरत और फायदा मायने रखता है।
कुछ लोग दिखावा करते हैं अपनापन का,
असल में उनका मतलब सबसे पहले आता है।
अच्छा बनना भी अब बोझ सा लगने लगा है,
क्योंकि इस दुनिया में स्वार्थ हावी है।
सच्चाई दिखाने वाले अक्सर नजरअंदाज हो जाते हैं।
और झूठे रिश्तों में हँसी ही हँसी बचती है।
समझ लो, हर रिश्ते की कीमत सिर्फ वही जानते हैं,
जो अपने दिल से निभाते हैं, दिखावे से नहीं।
अगर आपको किसी की याद आ रही है या आपको कोई छोड़के चला गया है तो आप हमारे द्वारा लिखी गई छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरियाँ जरूर पढ़के देखिये आपको जरूर पसंद आएगा।
मतलबी रिश्तों पर दिल को छू लेने वाली शायरी
कुछ लोग सिर्फ चेहरे से अपने लगते हैं,
असल में उनका दिल हमारे लिए कभी नहीं धड़के।
रिश्तों की हक़ीकत तब पता चलती है,
जब हम सिर्फ इंतजार करते रह जाते हैं।
दुनिया की इस भीड़ में,
सबसे मुश्किल काम है अपना सा कोई ढूँढना।
जो मुस्कान दिखाते हैं,
वो अक्सर हमारे दर्द के पीछे छुप जाते हैं।
मतलबी लोग साथ रहते हैं,
जब तक हाथ में कुछ है,
जैसे ही हाथ खाली होता है,
रास्ते बदल जाते हैं।
कभी-कभी खामोशी ही सब कुछ कह देती है,
पर कोई सुनने वाला नहीं होता।
अपनों में भी फरेब है,
और गैरों में भी दिखावा है।
दिल को समझाना आसान नहीं।
वक्त बदलते ही,
रिश्ते भी बदल जाते हैं,
जो कभी अपना था,
आज पराया लगता है।
कुछ लोग सिर्फ हमारे लिए आते हैं,
जब उन्हें फायदा नजर आता है,
वरना कोई याद भी नहीं करता।
दुनिया में सबसे कठिन काम,
अपनी मोहब्बत की क़ीमत बताना है।
हक़दार बदल जाते हैं,
किरदार बदल जाते हैं,
और हम सिर्फ देखते रह जाते हैं।
जिन्हें हम अपना समझते हैं,
वो अक्सर हमारी उम्मीदों का बोझ बन जाते हैं।
किसी की खुशी में शामिल होना चाहो,
तो लोग दूर हो जाते हैं,
और जब जरूरत हो,
कोई पास नहीं मिलता।
मतलबी दुनिया में,
सच्चा प्यार अक्सर छिपा रहता है,
और दिखावा ही सबके चेहरे पर होता है।
दिल तोड़ने में वो भी कसर नहीं छोड़ते,
जो खुद कभी अपना दिखते हैं।
कभी लगता है कि सबके लिए हम सिर्फ विकल्प हैं,
और कोई हमारी अहमियत नहीं समझता।
जो साथ होने का वादा करते हैं,
अक्सर वो दूरी की दीवार बन जाते हैं।
सच्चाई तो ये है कि,
जो दर्द देते हैं,
वो अक्सर वही लोग होते हैं,
जिनसे सबसे ज़्यादा उम्मीद होती है।
अगर आप रिश्तों से परेशां है तो एक बार रिश्तों की दर्द भरी शायरी जरूर पढ़के देखे
मतलबी लोगों की असलियत बताने वाली शायरी
जो साथ देने का वादा करते हैं,
वो अक्सर पहले मौका आते ही दूर हो जाते हैं।
मतलबी लोगों की भीड़ में,
सच्चा इंसान ढूँढना,
जैसे रेगिस्तान में नदियों की तलाश।
ज़िंदगी का दर्द तो छोटी चोट भी दे सकती है,
लेकिन झूठा लगाव मौत से भी तेज़ चोट दे जाता है।
तुम्हारी कमी उस हवाई परिंदे जैसी है,
जो उड़कर जाता है और लौटकर कभी नहीं आता।
कुछ लोग सिर्फ तुम्हारे पास आते हैं,
जब हाथ में कुछ होता है,
और हाथ खाली होते ही,
रास्ते बदल जाते हैं।
मतलबी दुनिया में सच्चाई ढूँढना,
जैसे अंधेरे में रोशनी की तलाश।
जिससे उम्मीद थी, वही धोखा देता है,
और जो पास थे, वही दूर चले जाते हैं।
दिल पर बोझ बन जाता है
उनके दिखावे का प्यार,
जो कभी अपना दिखते हैं।
रिश्ते अब बस नाम के रह गए हैं,
सच्चा प्यार छिप गया है मतलब की भीड़ में।
जो हमारी खुशी की बात करते थे,
आज उनके रंग बदल गए,
और हम सिर्फ यादों में जी रहे हैं।
माना कि फेरे नहीं थे,
लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम तुम्हारे नहीं थे।
कभी-कभी खामोशी ही कह जाती है,
कि तुम हमारे लिए क्या थे और क्या नहीं।
मतलब के लिए बनाए रिश्ते,
जैसे पत्थर पर लिखे नाम,
जल्दी मिट जाते हैं।
तुम मेरे हिस्से में उतने ही आए,
जितनी बारिश एक सूखी हथेली को भिगो सके।
दुनिया की रीत यही है,
जिससे मतलब, वही साथ निभाता है,
बाकी सब दिखावा बनकर रह जाते हैं।
स्वार्थ के रंग में रंगे लोग,
दर्द देकर चले जाते हैं,
और पीछे सिर्फ खालीपन छोड़ते हैं।
दिल को झकझोरने वाली चालाक शायरियाँ
यार, क्या उम्मीद रखूँ इस जमाने से,
चल, आ गले लग जा, किसी बहाने से।
हां, तू एक मतलबी है,
पर तेरे साथ सुकून मिलता है,
तेरी हर ख़ता कुबूल है,
क्योंकि इस दुनिया में हर रिश्ता,
कुछ मतलब से जुड़ा है।
खर्च कर दिया खुद को,
कुछ लोगों पर,
जो हमेशा मेरे पास थे,
सिर्फ मतलब के लिए।
लड़ना चाहता हूं अपनों से,
पर सोचता हूं,
जीत जाऊँ तो हार जाऊँगा।
मतलब है तो मतलब ही रखो,
रिश्तों की गरिमा को
दिखावे से मत कलंकित करो।
मतलबी दौर में,
सोचना छोड़ दो कि,
बिना स्वार्थ कोई रिश्ता निभाएगा।
झूठे वादों से
अक्सर मुकर जाते हैं,
कुछ लोग बस मतलब के लिए
सब कुछ छोड़ जाते हैं।
कभी लगता है कि सबके लिए हम बस विकल्प हैं,
और कोई हमारी अहमियत नहीं समझता।
साथ देने की बात करते हैं,
पर वक्त आने पर रंग बदल जाते हैं।
दुनिया में सबसे कठिन काम है,
अपना सा कोई ढूँढना,
जो दिल से हमारा हो।
मतलब की भीड़ में सच्चा प्यार,
छिपकर रोता है,
और दिखावे की हँसी सबको भा जाती है।
कभी-कभी खामोशी ही कह देती है,
कि तुम हमारे लिए क्या थे,
और क्या नहीं।
तुम हमारे हिस्से में उतने ही आए,
जितनी बारिश सूखी मिट्टी को भिगो सके।
रिश्तों के नाम पर बनते वादे,
जल्दी टूट जाते हैं,
और पीछे सिर्फ खालीपन रह जाता है।
अगर आप परिवार से दुखी है तो आपको एक बार परिवार से मिली चोट शायरी को पढ़ना चाहिए आपको पसंद आएगा !
झूठे मतलबी रिश्ते शायरी
कुछ रिश्ते बस नाम के रहते हैं,
दिल से नहीं, मतलब से जुड़े रहते हैं।
साथ तो सभी निभाने आते हैं,
पर वक्त पड़ते ही दूर हो जाते हैं।
झूठे वादों में कई बार हमने खुद को खो दिया,
और उन्हें सिर्फ हँसी और फायदा मिला।
जो कहते थे “हमेशा साथ हैं”,
आज वही सिर्फ यादों में रह गए।
मतलब के लिए बने रिश्ते,
जैसे कागज़ की नाव, बारिश में बह जाते हैं।
कभी लगता है कि हमने प्यार दिया,
पर सच में हमने सिर्फ भरोसा किया।
कुछ लोग हमारे लिए आए,
जब हाथ में कुछ था,
और हाथ खाली होते ही,
रास्ते बदल गए।
दिल तोड़कर जाते हैं वही लोग,
जिन्हें कभी अपना समझा था।
रिश्तों की कीमत तो वही समझते हैं,
जो बिना मतलब हमारे पास रहते हैं।
सच्चा प्यार छिपा है,
मतलब की भीड़ में,
और झूठा प्यार सबके चेहरे पर मुस्कान बनकर दिखता है।
झूठे रिश्तों की पहचान कैसे करें
झूठे रिश्ते पहचानना मुश्किल लगता है, लेकिन कुछ बातें साफ-साफ दिखती हैं। अगर कोई हमेशा सिर्फ जरूरत पड़ने पर आता है और जब काम खत्म हो जाए, दूर हो जाता है, तो समझो रिश्ता सच्चा नहीं। जो लोग सिर्फ दिखावे के लिए प्यार और दोस्ती दिखाते हैं, पर दिल से आपका साथ नहीं देते, वह झूठे रिश्तेदार होते हैं। सच्चा रिश्ता वह है जो अच्छे और बुरे समय में भी साथ रहे। अगर कोई आपकी खुशियों में शामिल नहीं होता, आपके दुख में मदद नहीं करता, और सिर्फ अपने फायदे देखता है, तो वह रिश्ता झूठा है।
निष्कर्षण
इस लेख में हमने चालाक झूठे मतलबी रिश्ते शायरी का संकलन प्रस्तुत किया है, जो उन लोगों के लिए बहुत मददगार है, जो ऐसे झूठे और स्वार्थी रिश्तों को समझना चाहते हैं।
ये शायरी न सिर्फ भावनाओं को शब्दों में ढालने का तरीका है, बल्कि आपके दिल की बातें दूसरों तक पहुँचाने का भी एक सरल और असरदार माध्यम है। इन्हें पढ़कर आप अपने अनुभवों और अहसासों को आसानी से साझा कर सकते हैं।
अगर आप कभी महसूस करते हैं कि लोग केवल अपने मतलब के लिए पास आते हैं, तो ये शायरी आपको उस भावनात्मक सफर में समझदारी और सहारा देती है। मतलब के रिश्तों और झूठे दोस्तों की पहचान करने का ये एक छोटा सा आईना है।
हमें उम्मीद है कि ये शायरी आपके लिए न सिर्फ relatable होंगी, बल्कि आपके विचारों को भी व्यक्त करने में मदद करेंगी। अपने अनुभवों और दिल की बातें इन शब्दों के जरिए साझा करें और दूसरों तक पहुँचाएं।